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हमारी सेवाएँ

अनुष्ठान एवं निवारण

कालसर्प दोष निवारण पूजा

संपूर्ण कालसर्प दोष शांति अनुष्ठान से सभी प्रकार के कालसर्प दोषों का नाश हो जाता है। जाने, कालसर्प योग क्या है?

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मंगल भात पूजा

मंगल भात पूजा कुंडली में विद्धमान मंगल ग्रह की उग्रता को कम करने के लिए की जाती है। जाने, मंगलभात पूजा क्या है?

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महामृत्युंजय जाप

महामृत्युंजय मंत्र वेदों में सबसे प्राचीन वेद यजुर्वेद का एक मन्त्र है जो की भगवान शिव... जाने, महामृत्युंजय जाप के लाभ

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अर्क/कुंभ विवाह

अर्क विवाह से पुरुषों के विवाह में आ रहे समस्त प्रकार के दोषो से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है| जाने, अर्क विवाह क्या है?

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रुद्राभिषेक पूजा

भगवान शिव का एक नाम है 'रूद्र' भगवान शिव के रूद्र रूप का अभिषेक ही रुद्राभिषेक है। जाने, रुद्राभिषेक पूजा क्या है?

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वास्तु दोष

संपूर्ण वास्तु निवारण अनुष्ठान के प्रभाव से सभी प्रकार के गृहदोषों से मुक्ति मिल जाती है। जाने, वास्तु दोष पूजा क्या है?

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गृहप्रवेश वास्तु शांति

गृहप्रवेश वास्तु शांति महर्षि नारद के अनुसार- अनेन विधिनां सम्यग्वास्तुपूजां करोति य:। आरोग्यं पुत्रलाभं च धनं धान्यं लभेन्नदर:॥ अर्थात्ï...

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चांडाल दोष

बृहस्पति और राहु जब साथ होते हैं या फिर एक दूसरे को किन्ही भी भावो में बैठ कर देखते हो, तो गुरू चाण्डाल..

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ग्रहण योग

परेशानी वाली बात:- चंद्र-राहु या सूर्य-राहु की युति को ग्रहण योग कहते हैं। यदि बुध की युति राहु के साथ है...

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पितृ शांति

पितृदोष और कालसर्पदोष का सबसे प्राचीन स्थान सिद्धवट घाट है यहीं पर पितरों को मुक्ति प्रदान होती है

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संतान गोपाल अनुष्ठान

ॐ कृष्णाय वासुदेवाय हरये परमात्मने॥ प्रणत: क्लेशनाशाय गोविंदाय नमो नम:॥

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नव चंडी एवं शतचंडी अनुष्ठान

दुर्गा जी को प्रसन्न करने के लिए जिस यज्ञ विधि को पूर्ण किया जाता है, उसे शतचंडी यज्ञ बोला जाता है।॥

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विवाह संस्कार

हिन्दू पन्थ में सद्गृहस्थ की, परिवार निर्माण की जिम्मेदारी उठाने के योग्य शारीरिक, मानसिक परिपक्वता आ जाने पर युवक-युवतियों का विवाह संस्कार कराया जाता है।

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मूर्ति प्रतिष्ठा

भारतीय धर्मों में, जब किसी मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा की जाती है तब मंत्र द्वारा उस देवी या देवता का आवाहन किया जाता है कि वे उस मूर्ति में प्रतिष्ठित (विराजमान) हों।

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बगलामुखी अनुष्ठान

मां राज राजेश्वरी बगलामुखी पूजन के द्वारा सभी शत्रु पर विजय एवं काम क्रोध आदि पर नियंत्रण भगवती आराधना अनुष्ठान जाप के द्वारा राज्य धन व्यापार कार्यक्षेत्र मैं यश विजय लाभ आदि प्राप्ति होती है

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